Kiran Mishra

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लेखनी कहानी -31-May-2023

प्रतियोगिता- विषय- स्वैच्छिक

यह सच्चाई है-

यह सच्चाई है कि तन के बीमार होने पर लोग सही हो जाते हैं कुछ समय बाद लेकिन जब मन से बीमार होते हैं तो वो टूटते जाते हैं और थक जाते हैं लोगों के तानों से लोगों के उलाहनों से जब टूट जाते हैं बिखर जाते हैं तो कोई रास्ता नजर नहीं आता कोई छाया नहीं मिलती तब अपनी परछाई ही साथ छोड़कर दूर हट जाती है इंसान के एक भूल लोग भूलना नहीं चाहते और उसकी बेबसी पर ठहाके लगा-लगाकर ब ातों को तोड़-तोड़कर अपने पैरों से मसल देते हैं उसकी स्मृतियों को विस्मृत नहीं करते बल्कि उस पर सैकड़ों पत्थरों की बरसात करते हैं तब ऐसे इंसान टूट जाते है बिखर जाते हैं काफी लम्बे समय के लिए मन से बीमार हो जाते हैं॥

किरण मिश्रा #निधि#

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2 Comments

Reena yadav

31-May-2023 03:31 PM

👍👍

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